Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव का नाम लिए बिना उन पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जो लोग तुष्टिकरण की राजनीति करते थे और भारत की आस्था का सम्मान नहीं करते थे, वे भी अब त्रिवेणी के महासंगम में डुबकी लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने एक मीडिया संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा, “यह अच्छी बात है कि वे लोग जो पहले भारत की आस्था से दूर थे, अब संगम की महत्ता को समझ रहे हैं। प्रयागराज सबका है, आस्था सबकी है।”

अखिलेश यादव ने लगाई 11 बार डुबकी

सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार, 26 जनवरी को प्रयागराज के संगम में 11 बार आस्था की डुबकी लगाई। इस पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, “सनातन पहले भी था और आज भी है। यह यात्रा इसी प्रभावी ढंग से आगे बढ़ेगी। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।”

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि “श्रद्धालुओं की आस्था इतनी प्रबल है कि उन लोगों को भी पवित्र डुबकी लगाने पर मजबूर होना पड़ा जिनकी इसमें कोई आस्था नहीं थी। उन्होंने यह भी महसूस किया कि इस स्थान का महत्व है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”

प्रयागराज में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले 15 दिनों में प्रयागराज में 16 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया। उन्होंने कहा, “मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की त्रिवेणी में अगले 30 दिनों तक आयोजन चलेंगे। संगम में श्रद्धालुओं की संख्या दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी के बराबर होगी। यह केवल भारत की आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि हमारी संस्कृति के गौरव का भी दर्शन कराता है।”

कुंभ स्नान पर योगी की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ कुंभ स्नान किया। विरोधियों के आरोपों पर उन्होंने कहा, “जाकी रही भावना, जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।” संगम में कुंभ के इस भव्य आयोजन ने न केवल भारत की संस्कृति और आस्था को बल दिया है, बल्कि विरोधी नेताओं को भी इसका महत्व समझने पर मजबूर किया है।