इस राज्य में डेंगू के कारण बिगड़े हालात, 15 से अधिक की मौत, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा हो जाइए सावधान

by | Feb 11, 2024 | न्यूज़, लाइफस्टाइल | 0 comments

दिल्ली-एनसीआर में भी तेजी से बढ़े मरीज

अमर उजाला से बातचीत में ग्रेटर नोएडा स्थित अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के डॉक्टर श्रेय श्रीवास्तव बताते हैं, पिछले एक महीने के दौरान अस्पतालों में डेंगू मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। ओपीडी में बुखार की शिकायत के साथ आ रहे ज्यादातर मरीजों में डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। आश्चर्यजनक रूप से कई रोगियों में ऐसा भी देखा गया है कि लक्षणों के बाद पहली रिपोर्ट निगेटिव थी, जबकि अगली रिपोर्ट में पॉजिटिव आ रही है। रोगियों में प्लेटलेट्स काउंट भी काफी तेजी से घट रहे हैं, जिसके कारण गंभीर लक्षणों के विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है।

डेंगू से बचाव के लिए सभी लोगों को निरंतर प्रयास करते रहने की सलाह दी जाती है।

सितंबर-अक्तूबर के महीने में हर साल देशभर में डेंगू मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती हुई रिपोर्ट की जाती रही है। इस साल भी कई राज्यों में डेंगू से हालात बिगड़ने की खबर है। राजधानी दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में डेंगू के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी है, हालांकि ज्यादातर लोग आसानी से ठीक होकर लौट रहे हैं। हालांकि हालिया रिपोर्ट में उत्तराखंड में डेंगू के कारण बिगड़ते हालात को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। यहां मच्छर जनित रोग के कारण अस्पताल में भर्ती लोगों और मरने वालों दोनों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है।

राज्य स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में डेंगू के मामलों की संख्या बढ़कर 1,130 हो गई है, अब तक रोग के कारण 15 लोगों की मौत भी हो गई है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने रोग की रोकथाम के लिए सख्ती से उपाय करने की सलाह दी है।

अमर उजाला से बातचीत में ग्रेटर नोएडा स्थित अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के डॉक्टर श्रेय श्रीवास्तव बताते हैं, पिछले एक महीने के दौरान अस्पतालों में डेंगू मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। ओपीडी में बुखार की शिकायत के साथ आ रहे ज्यादातर मरीजों में डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। आश्चर्यजनक रूप से कई रोगियों में ऐसा भी देखा गया है कि लक्षणों के बाद पहली रिपोर्ट निगेटिव थी, जबकि अगली रिपोर्ट में पॉजिटिव आ रही है। रोगियों में प्लेटलेट्स काउंट भी काफी तेजी से घट रहे हैं, जिसके कारण गंभीर लक्षणों के विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है।

डेंगू से बचाव के लिए सभी लोगों को निरंतर प्रयास करते रहने की सलाह दी जाती है।
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स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, डेंगू के कारण गंभीर रोग की स्थिति में इंटरनल ब्लीडिंग की समस्या होने का भी जोखिम हो सकता है, जिसपर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो इसके कारण मृत्यु का भी खतरा रहता है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा में पिछले सप्ताह एक व्यक्ति की डेंगू से मौत भी रिपोर्ट की गई है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों को डेंगू से बचाव के लिए प्रयास करते रहने की आवश्यकता है, जिस प्रकार से राजधानी दिल्ली-एनसीआर में संक्रमण की स्थिति बिगड़ रही है, यह अलार्मिंग है।

डॉक्टर श्रेय बताते हैं, डेंगू के ज्यादातर रोगियों में तेज बुखार की समस्या के साथ शरीर-जोड़ों में दर्द, पेट फूलने और लूज मोशन की समस्या देखी जा रही है। कई रोगियों में प्लेटलेट काउंट काफी तेजी से गिरता देखा गया है जिसके कारण रक्तस्रावी बुखार होने और आपातकालीन चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है। रोग के खतरे और गंभीरता को देखते हुए बचाव के उपायों को लेकर विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, डेंगू रोग से बचाव करते रहना सभी के लिए आवश्यक है। जिस तरह से बीते दिनों फिर से बारिश हुई है, इसके कारण जलजमाव और मच्छरों के बढ़ने का खतरा फिर से अधिक हो सकता है, जो डेंगू के संक्रमण को बढ़ाने वाली हो सकती है। दिन के समय में डेंगू के मच्छर अधिक काटते हैं, इससे बचाव के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। घर के आसपास साफ-सफाई रखें, किसी भी स्थान पर जलजमाव न होने दें। डेंगू से सुरक्षित रहने के लिए बचाव के उपाय करते रहना बहुत आवश्यक है।

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

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